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Anuppur News : आशीष दुबे ने की आत्महत्या, पुलिस हर पहलुओं पर कर रही जांच

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गुमशुदा आशीष का जोहिला नदी में मिला शव, सोसाईट नोट जब्त

इंट्रो- राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे वा उनकी पत्नी पर हुए हमले के तीन दिन बाद उनके बड़े नाती आशीष दुबे का पानी में डूब कर मौत हो जाना, मृतक के चाचा को उसके कमरे से सोसाईट नोट मिलना, जिसमें पिता की मौत के बाद मॉ, दादा-दादी वा भाईयों का रोना, दादा के चिड़चिड़ेपन की आदत से परेशान होना, पिता की मौत के बाद से अपनी दुनिया को खत्म मनाना, ये सब अपने मन में रखते हुए 18 वर्षीय आशीष दुबे ने पानी में डूब कर आत्महत्या कर लिया। फिलहाल पुलिस यदुवंश दुबे पर किए गए हमलवारों को ढूंढने तथा आशीष की आत्महत्या के कारणों की जांच में जुटी हुई है। अब देखना है कि पूरे मामले में पुलिस किस छोटे-छोटे पहलु पर नजर रखकर दोनो ही मामलो का खुलासा करती है।
अनूपपुर। राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे वा उनकी पत्नी पर 5 नवम्बर की दरम्यिानी रात 2 बजे दो नाकाबपोश द्वारा घर में घुसकर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसके बाद पूरे मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 115(2), 331(6)बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है, जिसमें कई संदिग्धों से पूछताछ भी जारी है। घटना के तीन दिन बाद 8 नवम्बर की रात लगभग 8.30 बजे वरिष्ठ पत्रकार यदुवंश दुबे का 18 वर्षीय नाती आशीष दुबे पिता स्व. अनिल दुबे के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जहां 11 नवम्बर की दोपहर लगभग 12.30 बजे राजेन्द्रग्राम रेस्ट हाउस के पीछे जोहिला नदी में उसका शव तैरता गया। सूचना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मोती उर्र रहमान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी सहित एसडीओपी एवं राजेन्द्रग्राम पुलिस मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार करते हुए शव को पीएम के लिए राजेन्द्रग्राम अस्पताल भेजा गया, जहां पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंपते हुए पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है। 

चाचा अमित दुबे को मिला सोसाइट नोट 

मामले की जांच के दौरान मृतक के चाचा अमित दुबे को आशीष के कमरे में एक सोसाईट नोट मिला, जिसे मृतक के चाचा ने उक्त सोसाईट नोट पुलिस को दिया गया, जहां पुलिस ने उक्त 6 पेज के सोसाईट नोट को जब्त कर लिया गया है। सोसाईट नोट में आशीष दुबे ने अपने पिता स्व. अनिल दुबे की मृत्यु के बाद घर के बिगड़े महौल से काफी परेशान था। सोसाईट नोट मिलने के बाद आशीष दुबे ने स्वयं अपनी आत्महत्या किए जाने के कारणों का लेख किया गया है। पूरा मामला जो अपने पिता की मौत के बाद से पूरे घर का माहौल बिगड़ जाने तथा घर में छोटी मोटी बातों को लेकर हो रही लड़ाईयों से काफी परेशान होना तथा कई बार आत्महत्या का प्रयास करना लेख है। इतना नही नही आशीष ने पापा के जाने के बाद अपने आप को परिवार से दूर जाने की सोच रखते हुए सोसाईट नोट लिख कर आत्महत्या करने का मामला पूरे अनूपपुर जिले के लिए हैरान वा चकित कर देने वाला है। पुलिस द्वारा बताया गया कि जब्त उक्त सोसाईट नोट के जांच के लिए उसे हैंडराईटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा। 

दादा-दादी पर हुए हमले पर सबूत से छोड़छाड़

सोसाईट नोट में दादा-दादी, मम्मी और छोटे भाईयों को रोते देखकर मुझसे सहा नही जाने, मुझसे कोई नाता नही रखने तथा मुझे मेरी गलतियों की सजा मिले, इसलिए मेरे द्वारा अपने दादा-दादी पर हुए हमले के हर सबूत को अपनी ओर कर दिया, जिससे पुलिस मुझे टॉर्चर कर मार डाले। सोसाईट नोट में आशीष ने लिखा की सबसे पहले मैने कैंची और चाकू छुआ, जिससे मेरे निशान और डीएनए आ जाए। कैंची को मैने पोछा था, मेरा गोल्डल शर्ट जिसे मैने पहला था उसके हाथ का बटन तोड़ कर फेंका था। शर्ट को गायब करना तथा मेरे चेहरे पर निशान आना तथा हाथ पर कट का निशान सब मैने जानबुझकर किया था। कपड़े में गांठ बांधकर उसमें खून लगाकर उसे मैने ही सार जाने वाली गली में फेंका था। ब्लेड से अजीबों गरीब कट लगाए जिससे शक मेरे ऊपर आये। ये सब मैने तब किया जब पूरा परिवार अस्पताल और चाचा के घर चले गये थे, जब वारदात वाली जगह 1 घंटे अकेला था। सोसाईट नोट में उसने अपने दादा-दादी पर हमला करने वाले लोग पकड़े जाने चाहिए, जो दोनो लोग पीछे से स्कूटी से भागे थे।

रिश्तेदारों के कारण हुई पापा की मौत

सोसाईट नोट में लिखा गया कि सबसे बड़ी जी का जंजाल रिश्तेदारी है, जितना परेशान बाहर के लोग नही करते उतना रिश्तेदार ही उनका काम कर देते है। कब तक चुप रहॅू, पापा की मौत भी इन्ही रिश्तेदारों के वजह से हुई है। जहर खाया था उन्होने, एक ही बार में सभी से छुटकारा पा लिया। मेरे नजर में उन्होने अच्छा किया, कम से कम इतना लोगो से चार बाते सुनने से अच्छा है की एक ही बार में सभी से छुटकारा पा जाओं। मै होता तो काई रिश्तेदार मेरे घर में कदम तक नही रखने देता। उसने अपने सेन्दुरी और शहडोल वाले लोगो पर घर के नाश वा टार्जर का कारण बताया। जिसके बाद मैने 3-4 महीने से किसी रिश्तेदार को अपने से फोन लगाना बंद कर दिया। 

सोसाईट नोट पुलिस ने किया जब्त, जांच जारी

पूरे मामले में पुलिस को आशीष द्वारा लिखे गए सोसाईट नोट उसके घर से मिले, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। वहीं पुलिस ने सभी पहलुओं पर नजर रखे हुए है। इसके साथ ही यदुवंश दुबे पर हुए हमलावरों की पतासाजी की जा रही है। पुलिस द्वारा बताया गया कि जब्त उक्त सोसाईट नोट के जांच के लिए उसे हैंडराईटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा।

चोरी के प्रयास में घर में घुस रहा युवक कुएं में गिरा, पुलिस ने किया रेस्क्यू

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अनूपपुर। कोतवाली अनूपपुर में एक एैसा मामला सामने आया, जहां ऊपर कुआं नीचे खाई वाली कहावत चरितार्थ होती है। घटना में जहां चोरी के प्रयास से घर में घुस रहे चोर ने मकान मालिक की आवाज सुनकर उल्टे पांव भागा और सीधे कुएं में जा गिरा। जहां कुएं के अंदर एक जहरीला सांप भी था। जिसकी सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को रात में ही कुएं से निकाल कर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद जैन ने बताया कि बुधवार-गुरुवार की रात सीताशरण तिवारी के खेत में बने मकान के गेट से एक युवक चोरी के लिए अंदर आ रहा था। उसके अंदर आने पर मकान मालिक ने आवाज दी, जिससे डर कर युवक भागा और पास में बने गहरे कुएं में गिरा। जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस ने देखा कि युवक गहरे कुएं में पत्थर के सहारे लटका हुआ हैं, जिसमें एक सांप भी मौजूद था। पुलिस ने युवक को रात में ही कुएं से निकाल कर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि युवक 23 वर्षीय सम्भर सिहं ग्राम पौनी थाना करनपठार का रहने वाला है। वह पल्लेदारी का काम करता है। चंदास नदी के ऊपर शराब पीने के बाद नशे की हालत में वह खेत में बने घर के गेट पर चला गया था। जब मकान मालिक के चिल्लाने की आवाज आई तो युवक घबराकर भागा और कुएं में गिर गया। तभी पीछा करते हुए खेत मालिक ने पानी में छपाक की आवाज सुनकर घटना की सूचना पुलिस को दी।

Anuppur: एसपी ने ली थाना प्रभारियों की बैठक, अपराध रोकने दिए निर्देश

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गांजे की बड़ी खेप पकडऩे 4 दिन का दिया गया अल्टीमेंटम, आदतन रेत चोरो पर रखे नजर

अनूपपुर। आगामी त्यौहार दीपावली के पूर्व जिले में अपराधों पर नियंत्रण लाने एवं अपराधियों पर सख्त कार्यवाही करने को लेकर चलाये जा रहे 15 दिवसीय अभियान के संबंध में पुलिस अधीक्षक मोती उर्र रहमान द्वारा 16 अक्टूबर को संयुक्त कलेक्ट्रेट सभागर में जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों की बैठक कर निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों को 4 दिनों के अंदर गांजा तस्करो एवं नशा के कारोबार करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने तथा गांजे की बड़ी खेप पकडऩे का अल्टीमेंटम देते हुए उनकी संपत्ति जब्त करने के निर्देश दिए गए तथा सूचना संकलन को तेज करने की बात कही गई। उन्होने निर्देश दिए कि नशे के कारोबार करने वाले जो जेल से बाहर आ गए है उन पर नजर रखते हुए सख्ती के साथ पूछताछ किया जाए तथा ऐसे नशा कारोबारियों जो पकड़े नही जाते है उनपर भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी, एसडीओपी पुष्पराजगढ़ नवीन तिवारी, यातायात प्रभारी ज्योति दुबे सहित समस्त थाना एवं चौकी के प्रभारी उपस्थित रहे।

समस्त थाना में हो रंग-रोगन का कार्य 

बैठक में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 14 से 28 अक्टूबर तक चलाए जा रहे अभियान को सफल बनाने के लिए बिन्दुवार समीक्षा की गई। जिसमें दीपावली पर्व के पहले जिले के समस्त थाना एवं चौकियों में रंग-रोगन, भवन के मेंटनेंस, गार्डन एवं साफ-सफाई रखने एवं परिसर को स्वच्छ रखने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही समस्त थाना के शिकायत रजिस्टर, गुंडा रजिस्टर, जरायन को अपडेट रखने, गुंडा-बदमाशों वा आदतन अपराधियों पर नजर रखने, डीजल चोर, आदतन रेता चोर, अवैध शराब बेचने वालो की बकायदा रजिस्टर बनाकर लगातार कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिए गए है। उन्होने कुंटुब न्यायालय का वारंट, चेक बाउंस के वारंट पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

आदतन रेत चोरी पर हो सख्त कार्यवाही

पुलिस अधीक्षक ने जिले में रेत चोरी के प्रकरण पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होने आदतन रेत चोरो पर नजर रखने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही सीएम हेल्पलाईन की स्थिति में सुधार लाते हुए जल्द से जल्द उसका निराकरण करने, बेसिक पुलसिंग, लंबित अपराध, वारंट तमीली, गुमशुदगी, महिला संबंधी अपराध अनसुलझे हत्या, दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों पर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए। समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए कि किसी भी अपराधी को थाना लाने पर उसे उसी दिन न्यायालय में पेश किया जाए, किसी भी अपराधी को रात भर थाना में नही बैठाया जाना चाहिए। जिस पुलिस कर्मचारियों को अपना सर्विस रिकार्ड अपडेट कराना है वह आवेदन दे सकता है, सभी का सर्विस रिकार्ड अपडेट होना चाहिए। इसके साथ ही नवरात्रि पर्व पर जिले भर में लाईन आर्डर की स्थिति नही होने पर डीआईजी द्वारा ईनाम देने की घोषणा की गई है साथ ही 7 से 8 वर्ष पुराने स्थाई वारंट को गिरफ्तार करने वाले पुलिस कर्मचारियों को भी ईनाम दिया जाएगा। 

ड्रिंक एंड ड्राइव पर हो ज्यादा फोकस

एसपी मोती उर्र रहमान ने बताया कि सडक़ दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण नशे में वाहन चलाने से होता है, जिस पर शाम की चेकिंग अभियान में ड्रिंक एंड ड्राइव पर हो सबसे ज्यादा फोकस होना चाहिए। इसके लिए स्कूली वाहनों एवं एम्बुलेंस चालकों की विथ एनालाइजर मशीन से चालको की जांच करते हुए कार्यवाही की जानी है, जिससे स्कूली बच्चों सहित अन्य की सुरक्षा की जाए। समस्त थाना एवं चौकी की पुलिस यातायात पुलिस के इस कार्य में पूरी तरह सहयोग करेंगी। ड्रिंक एंड ड्राइव मामले में कोई भी घटना जिले में नही होनी चाहिए। उन्होने पुलिस की रात्रि गश्त कमजोर बताई जिसके लिए रात्रि गश्त बढ़ाए जाने तथा एक प्वांइट जिसमें पुलिस सिविल ड्रेस में चौक चौराहों पर नजर रखेगी। 

दीपावली पर पुलिस रहे सजग

एसपी ने निर्देश दिए है कि दीपावली पर्व पर लगने वाले अस्थाई पटाखे की दुकान के आसपास कोई पटाखा नही फोड़े, इसके साथ ही पटाखे दुकान में आगजनी या कोई हादसा ना हो इसके लिए दो से तीन पटाखा व्यवसाई आग बुझाने के लिए उपकरण रखे साथ पुलिस की जिम्मेदारी होगी की पटाखा दुकान के आसपास पटाखा फोडऩे वालों पर मना करने इसके लिए पटाखा व्यवसाई सहित अन्य लोगो को इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराये। 

जिला अनूपपुर में विश्व रेबीज दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

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अनूपपुर। जिला अनूपपुर में विश्व रेबीज दिवस अवसर पर 28 सितम्बर को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला क्षय अधिकारी डॉ. एस.सी. रॉय, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. डी. आर. सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक निश्चय चतुर्वेदी, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट, जिला एमएनडी अधिकारी, बीपीएम, बीसीएम एवं समस्त ग्राम पंचायत के सरपंच एवं सचिव उपस्थित हुए।

जागरूकता कार्यकम्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक अवधिया ने बताया कि रेबीज एक घातक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति का दिमाग और नर्वस सिस्टम प्रभावित होने लगता है। आम तौर पर ऐसा माना जाता है कि ये बीमारी कुत्ते के काटने की वजह से होती है। लेकिन कुत्तों के अलावा और भी कई ऐसे जानवर होते है जो रेबीज फैला सकते हैं। इस दौरान कई विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा कर जानकारी दी गई।
उन्होने बताया कि आज के समय में कुत्ते पालने का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। लोग कुत्ते पालने के शौकीन तो हैं, लेकिन कुत्ते के काटने पर कुछ लोग दुलार में इसे नजर अंदाज कर देते हैं। जबकि ऐसे में रैबीज का इंजेक्शन लगवाना चाहिए। इस वजह से हर साल सैकड़ों लोग बीमार होते हैं। यह एक लाइलाज बीमारी है, जोकि जानलेवा होती है। इसलिए इसके प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। जिसके कारण प्रत्येक वर्ष 28 सितंबर को वर्ल्ड रेबीज डे मनाया जाता है। यह दिवस मनाने का मकसद लोगों को रेबीज के प्रति जागरूक करना होता है। ताकि रेबीज के कारण कम से कम मौत हो सके। 

Anuppur News : डेंगू के पांच नए मरीज जिला अस्पताल में भर्ती, प्राईवेट अस्पताल में एक की मौत

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चार मरीज हैदराबाद से तो दो मरीज पुणे से काम कर लौटे थे वापस 

अनूपपुर। जिला अस्पताल में डेंगू के 5 केस सामने आ चुके हैं। जिसमें 1 डेंगू के मरीज की प्राइवेट अस्पताल में 27 सितम्बर को मौत हो चुकी है। जहां 25 सितम्बर को डेंगू के मरीज मिलने के बाद से ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक अवधिया की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां लोगो के स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता और अपने कर्तव्यों से इतिश्री करते हुए अब तक डेंगू के मरीजों के घरों वा आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर सर्वे तक नही कराया गया और ना ही डेंगू से बचाव हेतु लोगो को जागरूक किया जा रहा है। सिर्फ मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराते हुए उनका उपचार किया जा रहा है। 

डेंगू से एक मरीज की मौत

पूरे मामले में 27 सितम्बर की रात लगभग 8 बजे डेंगू से पीडि़त मरीज सुमित केवट पिता रामप्रसाद केवट उम्र 19 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 1 अमगवां की उपचार के दौरान संजीवनी अस्पताल अनूपपुर में मौत हो गई। जहां गुस्साएं परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा मचाते हुए अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये तथा पीएम कराने से मना कर दिया गया। जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत कराते हुए समझाईश दी गई। जिसके बाद 28 सितम्बर को जिला अस्पताल में दो सदस्यीय डॉक्टरों की टीम के द्वारा मृतक का पीएम किया गया। 

एक दिन पहले हैदराबाद से आया था मरीज

मृतक के परिजनों ने बताया कि सुमित केवट काम करने हैदराबाद के साद नगर में किसी फैक्ट्री में काम करने अपने चार दोस्तो के साथ गया हुआ, जिसके बाद अचानक सभी की तबियत बिगडऩे पर वह एक दिन पहले हैदराबाद से वापस आये थे। जहां सुमित केवट डेंगू पॉजटिव आ गया, जिसे उपचार हेतु प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद तत्काल ही मृतक के साथ गए अन्य चार लोगो का डेंगू की जांच की गई, जिनमें तीन लोग डेंगू पॉजटिव मिले। 

25 को भी निकले दो पॉजिटिव, उपचार हेतु भर्ती

25 सितम्बर को पुणे से काम कर वापस पहुंच दो लोगो की अचानक तबियत खराब होने के कारण उन्हे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां दोनो ही डेंगू पॉजिटिव मिले। बताया जा रहा है की साखी जैतपुर एवं पसला-बिजौड़ी के दो युवा जो कि पुणे काम करने गए थे, जहां से वापस आने पर डेंगू से पीडि़त हो गए जिसके बाद उनका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

इनका कहना है

डेंगू से पीडि़त पांच मरीज सामने आए है, जिनका उपचार किया जा रहा है, मलेरिया विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है, सोमवार से स्वास्थ्य टीम मरीजो के घरों वा उनके आसपास के क्षेत्रों में सर्वे किया जाएगा। 

डॉ. अशोक अवधिया, सीएमएचओं अनूपपुर

राज्यमंत्री दिलीप जायसवाल के गृह ग्राम में 12 वर्षीय मासूम की एम्बुलेंस नही मिलने से मौत

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बिजुरी अस्पताल में परिजन 3 घंटे एम्बुलेंस का करते रहे इंतजार, तड़पती रही मासूम

अनूपपुर। कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्मंत्री दिलीप जायसवाल (dilip jaiswal minister mp) के गृह ग्राम बिजुरी नगर में एम्बुलेंस (ambulance) की सुविधा समय पर नही मिलने पर 12 वर्षीय मासूम ने बिजुरी अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। जहां मंत्री के गृह ग्राम में स्वास्थ्य विभाग की लचर प्रणाली से आमजन मानस में जमकर आक्रोश है। 10 अगस्त को भी 9 वर्षीय मासूम अखिल की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज शहडोल रेफर होने पर 2 घंटे तक एम्बुलेंस सेवा नही मिलने के कारण मासूम ने दम तोड़ दिया था। मरीजो को स्वास्थ्य सुविधाओं एवं बेहतर उपचार के लिए कलेक्टर हर्षल पंचोली ने स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश दिए गए थे। जिले में 20 एम्बुलेंस एवं जिला अस्पताल के लिए 4 एम्बुलेंस कुल 24 एम्बुलेंस रिकार्ड में चल रही है, बावजूद इसके आए दिन एम्बुलेंस की कमी के कारण किसी ना किसी मरीज की जान जा रही है।
जानकारी के अनुसार बिजुरी नगर के वार्ड क्रमांक 7 निवासी 12 वर्षीय मासूम सुष्मिता कुड़ाकू पिता रमा कुड़ाकू को सीने में दर्द एवं सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजनों ने उसे 14 सितम्बर की सुबह लगभग 9 बजे उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिजुरी में भर्ती कराया गया था, जहां 10 बजे ड्यूटी डॉक्टर के पहुंचने पर बच्ची का उपचार किया गया, लेकिन हालत में सुधार नही होने के कारण बालिका को जिला चिकित्सालय अनूपपुर के लिए रेफर कर दिया गया था, लेकिन 3 घंटे तक एम्बुलेंस नही मिलने के कारण बच्ची ने बिजुरी अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। 

अव्यवस्था के कारण गई 12 वर्षीय बच्ची की जान

पूरे मामले में नगर पालिका बिजुरी के वार्ड क्रमांक 7 की पार्षद विमला पटेल ने बताया कि बच्ची के परिजनों ने उन्हे फोन कर सूचना दी गई कि रात में बच्ची की अचानक तबियत खराब होने पर उन्हे सुबह 9 बजे भर्ती कराया गया, जहां 10.30 बजे डॉक्टर के आने के बाद उनका उपचार करते हुए बच्ची का रेफर कर दिया गया था, लेकिन 1 बजे तक एम्बुलेंस नही पहुंच सकी। उन्होने कहा कि दुर्भाग्य की बात है बगल में ही हमारे मंत्री रहते है, लेकिन बच्ची के लिए एक एम्बुलेंस की व्यवस्था नही होने के कारण 12 वर्षीय बच्ची ने दम तोड़ दिया। 

डॉक्टर ने माना एम्बुलेंस नही मिलने से हुई मौत

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिजुरी में पदस्थ डॉक्टर पुष्पराज सिंह बताया कि बच्ची को सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने पर भर्ती कराया गया था, जिसका उपचार किया गया, लेकिन बच्ची की स्थिति में कोई सुधार नही होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था लेकिन समय पर एम्बुलेंस नही मिलने के कारण बच्ची ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया, उन्होने बताया कि 3 बार एम्बुलेंस सेवा के लिए कॉल किया गया था, लेकिन हर कॉल में 15 से 20 मिनट का समय सिर्फ बात करने में लगा और 3 घंटे तक एम्बुलेंस के नही मिलने के कारण बच्ची की मौत हो गई। उन्होने बताया कि यह कोई पहला मामला नही है बहुत सारे ऐसे मामले आये जहां गंभीर मामले आये है, जिनके कारण मरीजो को समय पर एम्बुलेंस नही मिल पाया है।
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