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बाल गोविंद राईस मिल सहित शिवाय व सजहा वेयहर हाउस पहुंचे कलेक्टर

बाल गोविंद राईस मिल सहित शिवाय व सजहा वेयहर हाउस पहुंचे कलेक्टर

शुक्रवार, 3 मार्च 2023

/ by News Anuppur

मिल व वेयर हाउस में होने वाली गतिविधियों व प्रक्रियाओं की ली जानकारी, अभिलेख संधारित रखने दिये सख्त निर्देश

अनपूपपुर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं अन्य कल्याणकारी योजना की जानकारी लेने हेते 3 मार्च को कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ग्राम बैरबांध में संचालित बाल गोविंद राईस मिल तथा शिवाय वेयर हाउस में चलने वाली गतिविधियों की जानकारी लेने औचक निरीक्षण में पहुंचे। इस दौरान प्रभारी जिला खाद्य अधिकारी कुंजन सिंह, नागरिक आपूर्ति के जिला प्रबंधक मधुर खुर्द, क्वालिटी निरीक्षक हरिलाल गौर सहित राईस मिल संचालक राहुल केशरवानी सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। जहां कलेक्टर ने उपार्जित धान की मिलिंग के दौरान निकले चावल के गुणवत्ता की जांच कराई गई। जिसके बाद कलेक्टर ने मिल परिसर में ही संचालित जेबीएस शिवाय वेयर हाउस का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होने गोदामों में भंडारित खाद्यान्नों के स्टाॅक तथा भंडारित सीएमआर चावल की एनालिसिस रिपोर्ट (विश्लेषण प्रतिवेदन) की जानकारी चाही गई। जहां अभिलेख संधारित नही होने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुये तत्काल अभिलेख पंजी का संधारण किये जाने के सख्त निर्देश दिये गये। इस दौरान कलेक्टर ने 1 रूपये किलो वितरित की जाने वाले वन्या प्लस नमक की पैकिंग के संबंध में जानकारी ली गई। इस संबंध में नागरिक आपूर्ति के जिला प्रबंधक मधुर खुर्द ने बताया कि म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईस काॅपोरेशन भोपाल से अनुबंधित कंपनी द्वारा ही उक्त नमक को यहां भेजा जाता है। जिसके बाद उन्होने नमक के पैकेट में एमएफजी डेट की जांच की गई।

सजहा वेयर हाउस पहुंचे कलेक्टर, लिया जायजा

बाल गोविंद राईस मिल व शिवाय वेयर हाउस के बाद कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ग्राम सजहा में स्थित विंध्या इरेक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड वेयर हाउस पहुंचे। जहां उन्होने सजहा वेयर हाउस के मैनेजर संतोष पांडेय से गोदाम में भंडारित खाद्यान्नों (चावल, गेहॅू, नमक, शक्कर) के स्टेक की जानकारी दी। जिसके बाद कलेक्टर ने सीएमआर चावल के स्टेक की जानकारी ली, तथा उक्त स्टेक किस मिलर की है की पहचान के संबंध में जाना। जहां वेयर हाउस के मैनेजर ने उक्त स्टेक केशरवानी राईस मिल की होना बताया तथा बोरो में लगे स्टेनसिल, व टैग के माध्यम से मिलर की पहचान के होने के संबंध में जानकारी दी। उन्होने द्वार प्रदाय योजना के माध्यम से पीडीएस गोदाम भेजे जाने वाले खाद्यान्न व उसकी मात्रा का वाहनों के माध्यम अलग से अभिलेख बनाने तथा जिले के 306 शासकीय उचित मूल्य की दुकानों मंे भेजे जाने वाले खाद्यान्न सहित निर्धारित वाहनों को प्लान बनाये जाने के निर्देश दिये गये। 

भंडारित खाद्यान्न के रख-रखाव व सुरक्षा की ली जानकारी

कलेक्टर ने सजहा वेयर हाउस मंे भंडारित खाद्यान्न व प्रत्येक ब्लाॅक में लगे स्टेक की जानकारी ली। जहां उन्होने खाद्यान्न के रख-रखाव के साथ ही उसकी सुरक्षा के संबंध में जाना। सजहा वेयर हाउस के मैनेजर ने बताया बताया कि की खाद्यान्न की सुरक्षा के लिये समय समय पर कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव किये जाने के साथ स्टकिंग को कवर से डक दिया जाता है। उन्होने वेयर हाउस की क्षमता के संबंध में जानकारी ली, जिसमें वेयर हाउस 10 हजार मैट्रिक टन क्षमता का होना तथा पीजी गोदाम होना बताया। जानकारी के अनुसार विन्ध्या प्राइवेट इरेक्टर्स वेयर हाउस उक्त वेयर हाउस 8 हजार मैट्रिक टन की  क्षमता को पीजी स्कीम तथा 2 हजार मैट्रिक टन जेबीएस स्कीम के तहत है। उन्होने सीएमआर चावल के जमा-भुगतान सहित अन्य जानकारी ली।

नही बता पाये पीजी व जेबीएस का फुल फाॅर्म

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने सजहा पीजी वेयर हाउस के मैनेजर संतोष पांडये सहित अन्य उपस्थित अधिकारियों से पीजी व जेबीएस के फुल फार्म पूछा गया, लेकिन मैनेजर सहित अन्य अधिकारियों ने पीजी व जेबीएस स्कीम का मतलब ही कलेक्टर को समझा नही पाये। जबकि पीजी का आशय (प्राइवेट इंटर प्यूनर गारंटी) अर्थात निजी उद्यमी गांरटी स्कीम जो केन्द्र सरकार की स्कीम है। जिसमें 10 वर्षो की गारंटी होती है, चाहे वो गोदाम खाली रहे तो भी उसे किराया मिलता है, इसका आवंटन राज्य सरकार के अनुसार की जाती है। वहीं जेबीएस मतलब ज्वांइट वेंचर स्कीम अर्थात संयुक्त उद्यम योजना जो की स्टेट सरकार की योजना है, जिनका अनुबंध 6 माह का होती है और इसमें गोदाम में भंडारित खाद्यान्न होने पर ही इसका किराया निर्धारित होता है।

द्वार प्रदाय व आंगनबाड़ी केन्द्रो में भेजे गये खाद्यान्न की ली जानकारी 

कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने जिले के 306 उचित मूल्य की दुकानों में पहुंचने वाले खाद्यान्नों के संबंध में जानकारी ली तथा 2 मार्च को किन-किन उचित मूल्य की दुकानों मंे भेजे गये खाद्यान्न व उसकी मात्रा के संबंध में  दस्तावेजो की जांच की गई। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में माध्यन्ह भोजन अंतर्गत भेजे गये खाद्यान्न की जानकारी ली। जहां उन्होने 1 और 2 मार्च में भेजे गये एमडीएम की जानकारी ली गई। इस दौरान महिला बाल विकास अधिकारी विनोद परस्ते को मौके पर ही फोन कर 1 मार्च को धनगवां भेजे गये 50 किलो चावल, 170 किलो गेहॅू, पगना में 36 किलो राईस, 128 किलो गेहूं, जरियारी में 38 किलो चावल, 132 किलो गेहूं, अमिलिहा में 91 किलो चावल, 317 किलो गेहूूं, चोलना में 89 किलो चावल, 303 किलो गेहूं तथा बरहाटोला दुकान में 74 किलो चावल, 244 किलो गेहूं भेजा गया है। जिसको उक्त सोसायटी से लिंक आंगनबाड़ी मंे खाद्यान्न पहुंचा या नही के संबंध में पता करने को कहा। 

इनका कहना है

राईस मिल व वेयर हाउस में होने वाली प्रक्रियों व प्रत्येक गतिविधियों को समझने हेतु निरीक्षण किया गया है।

आशीष वशिष्ठ, कलेक्टर अनूपपुर


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