परीक्षा में फेल हो चुके कार्य आदेशित बीआरसीसी अनूपपुर, सूची में 17 वें नंबर में मिला था मात्र 29.5 अंक
अनूपपुर। जिले के चारों विकासखंडो में विकासखंड स्त्रोत समन्वयक (BRCC) के पद 16 अगस्त 2022 को जिला स्तर पर आयोजित हुई परीक्षा में पात्र अभ्यार्थियों की मेरिट सूची आने तथा प्राथमिकता के आधार पर काउंसिलिंग होने के बावजूद चारों विकासखंड के बीआरसीसी वर्षो से अपना कब्जा जमाये हुये थे। जिसको लेकर 20 फरवरी को न्यूज अनूपपुर द्वारा खबर प्रकाशन कर मामले को उजागर किया, जिसके बाद कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने मामले को संज्ञान में लेते हुये 20 अप्रैल को बीआरसीसी जैतहरी डी.आर. बांधवा, बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ हर प्रसाद तिवारी तथा बीआरसीसी कोतमा पी.एन. त्यागी को हटाते हुये उनकी जगह बीआरसीसी जैतहरी में विष्णु कुमार मिश्र, कोतमा में अजय साह तथा पुष्पराजगढ़ में सुभाष चंद्र वर्मा की प्रतिनियुक्ति कर तीनों बीआरसीसी को 7 दिवस के अंदर अपने पदांकित कार्यालय में उपस्थिति देने आदेशित किया गया। जिसके बाद 26 अप्रैल को तीनों बीआरसीसी अपना आदेश लेने जिला शिक्षा केन्द्र कार्यालय अनूपपुर पहुंचे।
बीआसीसी पद से नही झूट रहा जगदीश सिंह का मोह
विकासखंड स्त्रोत समन्वयक के पदो की पूर्ति हेतु 16 अगस्त 2022 को जिला स्तर पर परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में उपस्थित अभ्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका का मूल्याकांन उपरांत पात्र अभ्यार्थियों की मेरिट सूची जारी कर प्राथमिकता क्रम के आधार पर काउंसलिंग की गई। लेकिन जिले के चारो विकासखंड स्त्रोत समन्वयक जिनमे जैतहरी डी.आर. बांधवा, पुष्पराजगढ़ हर प्रसाद तिवारी, कोतमा पी.एन. त्यागी तथा अनूपपुर राजेन्द्र सिंह द्वारा चयन परीक्षा के बाद प्रतिनियुक्ति के विरूद्ध हाई कोर्ट से स्थगन ले लिये। लेकिन इस बीच जैतहरी, कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ बीआरसीसी ने अपना अपना स्थगन वापस ले लिया। लेकिन कार्य आदेशित विकासखंड स्त्रोत समन्वयक अनूपपुर जगदीश सिंह ने अपना स्थगन वापस नही लिये है।
अभ्यार्थी जगदीश सिंह बीआरसीसी परीक्षा में हो चुके है फेल
पूरे मामले मे जहां बीआरसीसी अनूपपुर के लिये जगदीश सिंह प्रतिनियुक्ति में नही होने तथा उन्हे कार्य आदेशित किया गया था, लेकिन बीआरसीसी पद का मोह अब उनसे नही छोड़ जा रहा है।एक तरफ 16 अगस्त 2022 को आयोजन बीआरसीसी की जिलास्तर पर आयोजित हुई परीक्षा में शिक्षक जगदीश सिंह भी अभ्यार्थी के रूप मंे शामिल हुये और बीआरसीसी परीक्षा में फेल भी हो गये तथा उनका स्थान मैरिट सूची मे सबसे नीचे 17 वें नंबर पर था। जिन्होने 90 अंक के पूर्णाक की परीक्षा में मात्र 29.5 अंक प्राप्त किये थे। लेकिन अपने मूल पदस्थाना शासकीय हायर सेकेण्ड्री कन्या बदरा में नही जाना चाहते है, जिसको लेकर उन्होने पूरी कहानी रची।
खाद्य मंत्री के बताये जा रहे नजदीकी
संयुक्त कलेक्ट्रेट में संचालित कई विभागों मंे जन चर्चा है कि BRCC अनूपपुर जगदीश सिंह का खाद्य मंत्री के रिश्तेदार है, जिसके कारण बीआरसीसी की परीक्षा में फेल होने के साथ ही बीआरसीसी अनूपपुर के पद पर कार्य आदेशित होने तथा परीक्षा में फेल हो जाने के बावजूद इन्होने मैरिट सूची के अभ्यार्थियों की काउंसिल के विरूद्ध हाई कोर्ट मे याचिका लगाई। जन चर्चा थी कि चारो बीआरसीसी द्वारा अपने अधिकारी के कहने पर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा केन्द्र अनूपपुर मे हुये कई भ्रष्टाचार को छिपाने के लिये यह पूरा खेल खेला गया था। जहां हाई कोर्ट में प्रस्तुत कर्ता अधिकारी डीपीसी हेमंत खैरवार द्वारा अनूपपुर बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति नही होने तथा उन्हे सिर्फ कार्य आदेशित रखे जाने, बीआरसीसी परीक्षा में शिक्षक जगदीश सिंह के फेल होने तथा मैरिट सूची में सबसे नीचे व सबसे कम अंक पाने जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं की जानकारी को छिपाया गया है।
इनका कहना है
शिक्षक जगदीश सिंह को बीआरसीसी के पद पर प्रतिनियुक्ति नही हुई है, ये कार्यआदेशित है साथ ही इन्होने वर्ष 2022 में आयोजित बीआरसीसी की परीक्षा में फेल हो चुके है, इन्होने हाईकोर्ट से स्थगन है।
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