निष्पक्ष जांच के साथ अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग
अनूपपुर। पुलिस की प्रताड़ना व फर्जी शिकायत पर मामला दर्ज करने से क्षुब्ध ग्राम खोड़री निवासी रामेश्वर पांडेय के आत्महत्या किये जाने से आक्रोशित ब्राम्हण समाज द्वारा 1 जून को संयुक्त कलेक्ट्रट पहुंच निष्पक्ष जांच सहित अन्य बिन्दुओं की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक के नाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन को ज्ञापन सौंपा गया।
जहां ब्राम्हण समाज के द्वारा बड़ी संख्या में सामतपुर स्थित शिव मारूति मंदिर में एकत्रित होकर संयुक्त कलेक्ट्रेट पहुंचे। ज्ञापन के माध्यम से ब्राम्हण समाज सेवा समिति अनूपपुर से राज तिवारी बताया कि 30 मई को थाना प्रभारी कोतमा अजय बैगा ने ग्राम खोड़री निवासी रामेश्वर पांडेय के खिलाफ झूठी शिकायत पर रात 12 बजे से घर से गिरफ्तार कर थाना लाया गया। इसके उपरांत पुलिस ने उसे थाना के बंदीगृह मे निरूद्ध रखा गया तथा 31 मई को उनके खिलाफ झूठा अपराध पंजीबद्ध किया गया और शाम को थाना से छोड़े जाने के बाद वह अपने गृह ग्राम खोड़री पहुंचा। जहां कोतमा थाना प्रभारी अजय कुमार बैगा के अमानवीय व्यवहार, मारपीट, शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने के फलस्वरूप आत्मग्लानी से आहत फांसी लगाकर आत्महत्या करने को विवश किया गया।
जिस पर ब्राम्हण समाज द्वारा उक्त मामले में निष्पक्ष जांच व दोषियों के विरूद्ध कानूनी व दंडात्मक कार्यवाही किये जाने जिसमें तत्कालीन थाना प्रभारी कोतमा अजय बैगा व उनके सहयोगी जो इस घटना मंे संलिप्त है के खिलाफ धारा 302 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध किये जाने के साथ ही आत्महत्या के लिये दुष्प्रेरित किये जाने पर धारा 306 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किये जाने, थाना कोतमा में लगे सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर दोषियों के विरूद्ध मामला दर्ज कर सख्त कार्यवाही करने, मृतक रामेश्वर पांडेय की दत्तक पुत्री (भांजी) संस्कृति गर्ग उम्र 14 वर्ष जो मृतक के आश्रित रहकर भरण पोषण व शिक्षा प्राप्त कर रही थी को उचित मुआवजे के साथ परवरिश की उचित व्यवस्था कराई जाने , झूठी शिकायतकर्ता महिला व उसके सहयोगी के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही करने जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो तथा एट्रोसिटी एक्ट की कार्यवाही जांच के उपरांत सही पाये जाने पर ही किये जाने की मांग की गई है।
जानकारी के अनुसार पुलिस के इस कृत्य से एक गरीब ब्राम्हण को आत्महत्या करने के लिये मजबूर किया गया, जिससे पूरा अनूपपुर जिला पुलिस द्वारा बरती गई इस क्रूरता के खिलाफ आक्रोशित है। एक तरफ जहां घटना के दिन ग्राम खोड़री के ग्रामीणों द्वारा पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये। वहीं कार्यवाहक निरीक्षक अजय कुमार बैगा ने पूरे जिले की पुलिस को बदनाम किया गया है। जिसको लेकर एडीजी ने भी अनूपपुर पुलिस पर अनुशासनहीनता पर सवाल खड़े करते हुये पुलिस में सुधार किये जाने की चिंता व्यक्त करते हुये पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवाॅर को निर्देश दिये गये। वहीं पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाहक निरीक्षक अजय बैगा को निलंबित करते हुये उसके खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश के साथ ही कोतमा में पदस्थ प्रधान आरक्षक संतोष यादव तथा आरक्षक अजय तोमर को लाईन हाजिर करने के आदेश दिये है।
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