स्वास्थ्य अमला ने शिविर लगाकर 60 बच्चियों को किया उपचार, स्वच्छता को लेकर विशेष सावधानी बरतते दिये निर्देश
अनूपपुर। बदलते मौसम के चलते जिले में कई संक्रामक बीमारियों सहित आई फ्लू का प्रकोप बढ़ा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे है। वहीं शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर के 34 छात्राएं इन संक्रमित बीमारियों की चपेट में है। अधिकतर छात्राओं को आंख, पेट दर्द, सिर दर्द तथा बुखार से पीड़ित है। जिनमें 12 से 13 बच्चों को उपचार हेतु 28 जुलाई को जिला चिकित्सालय अनूपपुर लाया गया था, वहीं हर दिन छात्राएं की संख्या में बढ़ती जा रही है। जिसके बाद शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर के प्राचार्य पी.एस. पट्टावी ने विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं की जांच के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अशोक अवधिया को पत्र लिखा गया है, जिससे समय अन्य छात्राओं को उपचार हो सके। वहीं कलेक्टर आशीष वरिष्ठ के निर्देशन में स्वास्थ्य अमला कन्या शिक्षा परिसर पहुंचकर छात्राओं का उपचार किया गया।
सबसे ज्यादा आई फ्लू का फैला संक्रमण
शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर की 34 छात्राएं संक्रमित बीमारियों की चपेट में है, जिसमें 22 छात्राएं आई फ्लू की समस्या से परेशान है। आंखों में होने वाला ये संक्रमण बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार का होना बताया जा रहा है। कन्या शिक्षा परिसर में अध्ययनरत छात्राओं जिनमें कक्षा 6वीं के 15, कक्षा 7वीं के 6, कक्षा 8वीं के 6, कक्षा 9वीं के 5 एवं कक्षा 12वीं के 2 छात्राओ को आई फ्लू, बुखार, पेट दर्द, सिर दर्द, चक्कर आना एवं उल्टी जैसी समस्याओं से ग्रासित है। जहां 29 जुलाई को स्वास्थ्य अमला कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर पहुंचकर जांच की गई, तो वहां लगभग 60 बच्चे बीमार मिले, जिनका उपचार किया गया।
जिले में आई फ्लू का टूटा कहर
जिले में आई फ्लू का कहर जमकर बरस रहा है, जिला चिकित्सालय में अब तक 546 लोगो में आई फ्लू से संबंधित मामले सामने आये है। वहीं जिले के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी हजारों की संख्या में आई फ्लू से ग्रासित मरीज मिले है। नेत्र विशेषज्ञ डाॅ. जनक सारीवाॅल ने बताया कि बारिश के कारण अचानक आंखों की इस बीमारी का खतरा काफी बढ़ गया है। सभी लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता होती है। उन्होने बताया कि कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आइज की समस्या के कारण आंखों में लालिमा, खुजली और पानी आते रहने की समस्या होती रहती है। ज्यादातर मामलों में इसके लक्षण हल्के होते हैं पर कुछ स्थितियों में इसके गंभीर रूप लेने का भी खतरा हो सकता है। आंखों में होने वाला ये संक्रमण बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार का हो सकता है।
कन्या शिक्षा परिसर में लगाया गया स्वास्थ्य शिविर
स्वास्थ्य अमला ने 29 जुलाई को शासकीय कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर में अध्ययनरत छात्राओं के उपचार हेतु स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अशोक अवधिया की उपस्थित डाॅ. प्रवीण शर्मा, नर्सिग आॅफिसर डालिमा प्रजापति, एएनएम हर्षाली लाखे, लैब टेक्नीशियन भाईलाल पटेल ने विद्यालय पहुंचकर बरसात में होने वाले मौसमी बीमारी से संबंधित जानकारी एवं साफ पानी पीने की सलाह दी गई। जहां छात्राओं को पानी साफ करने के तरीको के बारे में भी बताया गया। इस दौरान विद्यालय के 60 बच्चियों का उपचार करते हुये उन्हे दवाई वितरण की गई।
अन्य विद्यालयों में लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
बदलते मौसम के चलते कई संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है। जिस पर स्वास्थ्य अमला द्वारा जिले के चारों विकासखंड अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर छात्र-छात्राओं की जांच कर उन्हे दवाईयों को वितरण किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अशोक कुमार अवधिया ने बताया कि विकासखंड में बीएमओं के निर्देशन पर स्वास्थ्य अमला विद्यालयों में पहुंच कर वायरल बुखार सहित आई फ्लू की जांच की जाएगी तथा बच्चों में स्वच्छता को लेकर विशेष सावधानी बरतने के संबंध में जागरूक किया जाएगा।
इनका कहना है
जिले के समस्त विद्यालयों में शिविर के माध्यम से स्वास्थ्य अमले द्वारा उपचार किया जाएगा साथ ही मौसमी बीमारी से बचने के उपायों एवं स्वाच्छता को लेकर विशेष सावधानी बरतने हेतु शिक्षको एवं बच्चचों को जागरूक किया जाएगा।
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