हार्ट अटैक से मौत की जताई आशंका, शव ले जाने परिजनों ने किया मना
अनूपपुर। जिला जेल अनूपपुर में विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने जिला चिकित्सलय के बाहर जमकर हंगामा मचाते हुए जेल प्रशासन पर जहर देकर जान से मारने का आरोप लगाया गया। परिवार वालों ने कहा कि मृतक को जबरदस्ती फर्जी मामले में फंसाकर उसे जेल भेज दिया गया था। वहीं दूसरे पक्ष पर मामला दर्ज करने की मांग कर रहें थें। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार ने कहा कि प्रारंभिक तौर से जिला चिकित्सालय में कैदी की हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना जताई गई है। वहीं परिजनों के हंगामा पर कैदी की मौत के बाद शव के पोस्टमार्डम के लिए टीम गठित कर दी गई। जिसमें मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कैदी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। वहीं परिजन जिला चिकित्सलय में शव लेकर मुआवजा की मांग को लेकर धरने में बैठे गये है। जहां शाम 7 बजे तक समाचार लिखे जाने तक परिजनों ने शव उठाने को तैयार नहीं हुए थे।
जानकारी के अनुसार कैदी मूलचंद विश्वकर्मा पर हत्या के प्रयास के आरोप में लगभग 2 माह से जेल में था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह ने बताया कि कैदी की रात में अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसे आनन.फानन में जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसकी सूचना परिजनों को दी गईए लेकिन मौके पर पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मूलचंद की बेटी काजल विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि जिला जेल में साजिश के तहत उसके पिता को जहर दिया गया है। बेटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आशीष राठौरए मायाराम राठौर के कहने पर जेल के अधिकारियों ने जहर दिया हैं। उन्होंने मांग की है कि जब तक पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं करतीए तब तक वह शव को लेकर नहीं जाएंगे। घटना से कहीं ना कहीं जेल प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं। वहीं परिजन जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की हैंए पुलिस ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच करने की बात कहीं हैं।
जानकारी के अनुसार मूलचंद विश्वकर्मा की खेत में ट्रैक्टर ले जाने को लेकर अनसूईया गोंड व उसके परिवार के साथ विवाद चल रहा था। अनसूईया के पति सुरेश गोंड पहले उस जमीन पर खेती का काम करता था। इसके बाद सीमांकन कराने के बाद मूलचंद विश्वकर्मा उस जमीन पर खेती करने लगा। इसी को लेकर सुरेश व मूलचंद में विवाद होने लगा। 25 जुलाई की रात मूलचंद व सुरेश की पत्नी अनसूईया के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के बीच लड़ाई झगड़ा होने लगा। जहां दोनो पक्षों ने धारदार हथियार ;बांकाद्ध निकालकर दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला किया था। घटना के बाद पूरे मामले पर मूलचंद के परिजनों ने कार्रवाई की मांग की हैं। पुलिस सुबह से परिजनों द्वारा की गई मांगो को पूरा करने का प्रयास किया किन्तु शाम 7 बजे तक परिजन शव ले जाने को राजी नहीं हुए।
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