विलम्ब से आने वाले डाॅक्टरों पर लगाम कसने एवं सेवा भाव से मरीजो का उपचार करने के दिये सख्त निर्देश
अनूपपुर। जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति उदासीनता एवं अस्पताल के व्यवस्थाओं सहित चिकित्सकीय लापरवाही पर लगातार उठते सवालों के बाद कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने 1 अक्टूबर रविवार को जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया गया, इस दौरान जिला पंचायत सीईओं तन्मय वशिष्ठ शर्मा भी उपस्थिित रहे। कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के मामले को बर्दाश्त नहीं किए जाने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया साथ ही सिविल सर्जन डाॅ. एस.आर. परस्ते को स्वास्थ्य व्यस्थाओं में आने वाली कमियों को तत्काल पूरा करने एवं इलाज में लापरवाही बरतने वाले डाॅक्टरों को अंतिम चेतावनी दी है। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल के डॉक्टर टीम को सेवादार बनने पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होने उपचार कराने के लिए आने वाले रोगियों का सेवाभाव के साथ पूरी संवेदनशीलता से उपचार किये जाने के निर्देश दिये। जिसके लिये कलेक्टर सप्ताह में एक दिन स्वयं जिला अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।
कलेक्टर ने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया तथा इस दौरान जो भी कमी वार्डो में दिखाई पड़ी उन्हें तत्काल सुधारने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अशोक कुमार अवधिया तथा सिविल सर्जन डाॅ. एस.आर. परस्ते को दिए गए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कहा कि रोगियों के उपचार की बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए समय पर डॉक्टरों और कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए दिशा निर्देश दिए गये। उन्होंने चिकत्सालय की स्वास्थ्य सेवाओं को रोगियों के हित में और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी वार्ड का निरीक्षण किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं, आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर, एक्सरे, सोनोग्राफी, फार्मेसी, पैथोलॉजी लैब, ओपीडी में डॉक्टरों के साथ अन्य कर्मचारी की उपस्थिति की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में रखी दो नई एक्सरे मशीनो का उपयोग करने, 10 बेड युक्त आईसीयू यूनिट एवं एचजी यूनिट का उपयोग करने, बेडसीट पर्याप्त मात्रा में होने लेकिन वाशिंग मशीन नही होने पर भोपाल से डिमांड किये जाने, नवम्बर माह के अंत तक नये भवन में जिला अस्पताल शिफ्ट कराये जाने तथा मरीजो को मिलने वाले गुणवत्ता विहीन खाना दिये जाने पर व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिये एक सप्ताह का अल्टीमेंटम दिया गया है।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में सेवाएं दे रहे चिकित्सकों की मीटिंग लेते हुए स्पष्ट कहा गया कि ड्यूटी टाइम पर चिकित्सकों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहे आपातकालीन ड्यूटी हो या ओपीडी के दौरान दोनों ही समय पर निर्धारित समय पर चिकित्सको की अनुपस्थित पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी। सुबह से 2 बजे तक तथा शाम के समय 6 बजे तक चिकित्सको की उपस्थिति अनिवार्य रूप से ध्यान में रखने के निर्देश दिए गए। उन्होने अस्पताल की सफाई दुरुस्त कराने एवं कैम्पस को स्वच्छ बनाने पर खासा ध्यान देने, हॉस्पिटल की बुनियादी सुविधा में गति लाने, डाॅक्टरों की विलम्ब से आने की प्रवृत्ति पर भी लगाम कसने और नहीं मानने वालों पर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन को आवश्यक रूप से चिकित्सालय के प्रत्येक वार्डो का निरीक्षण करते हुए चिकित्सक एवं स्टाॅफ नर्स सहित ड्यूटी पर उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति के कार्य पर निरीक्षण रखने तथा लापरवाही पाये जाने उनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार अवधिया ने बताया कि स्टाॅफ नर्स सहित अन्य स्टाॅफ के मरीजों के प्रति जिम्मेदारी को बढ़ाने तथा उनके मरीज के साथ व्यवहार को सुधारने के लिए कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है इसके साथ ही स्टाॅफ यदि कार्य के दौरान मोबाइल चलाते हुए पाया गया या फिर सोशल मीडिया या चैटिंग करते देखा गया तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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