एएसपी ने सायबर क्राइम से बचने जागरूकता व एतिहात अपनाने जिले के लोगो को दी सलाह
अनूपपुर। जिले में सायबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है, जिसमें बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखाकर जैतहरी मेन मार्केट में रहने वाले एक व्यवसाई के साथ 30 अप्रैल को सायबर जालसाजों द्वारा 3 लाख 60 हजार की ठगी की है।
मामले की जानकारी के अनुसार जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक 8 मेन मार्केट में निवासी कमलेश कुमार ताम्रकार निवासी वार्ड क्रमांक 8 मेन मार्केट जैतहरी ने 1 मई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इशरार मन्सूरी से की गई। जहां शिकायत में बताया गया कि 30 अप्रैल की सुबह लगभग 11 बजे अज्ञात व्यक्ति द्वारा वॉट्सएप नंबर पर कॉल कर बेटे अबिन ताम्रकार को रेप केस में पकड़ लिए जाने तथा उसके पुलिस रिमांड में होने की बात कहने के साथ बेटे अबिन की फर्जी आवाज सुनाकर उसे जेल जाने से बचाने के एवज में लगातार फोन कर अलग-अलग खाता नंबर एवं फोन पे नंबर पर 3 लाख 60 हजार रूपए डालवाते हुए सायबर ठगी की गई। उक्त शिकायत को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इशरार मन्सूरी ने गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल अनूपपुर को त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था, जिस पर साइबर सेल अनूपपुर द्वारा आरोपियों के समस्त खातों को फ्रीज करते हुए, आरोपियों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रही है। वहीं जैतहरी पुलिस ने उक्त मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।
जिले में बढ़ते सायबर क्राइम को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने अनूपपुर जिले के लोगो को एडवाइजरी जारी कर बताया कि वर्तमान में कई सायबर अपराध ऐसे देखने को मिल रहे है जिसमें आपके बच्चे जो आपसे दूर शहर में पढ़ाई कर रहे को किसी अपराध में पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की कह लोगो से पैसे की ठगी की जा रही है, ऐसे सायबर जालसाज जो या तो पुलिस अधिकारी बन कर या फिर वकील बनकर कॉल करता है और बच्चे को बड़े केस जिसमें बलात्कार, मर्डर या नार्कोटिक्स आदि में गिरफ्तार करने की बात कहते हुए उसे बचाने के एवज में रूपए की मांग करते है। ऐसा एक मामला चाईल्ड पोर्नोग्राफी तथा इंवेस्टीगेशन एजेंसियों के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की जा रही है। ऐसे मामलो में लोगो को एहतियात अपनाने की जरूरत है। जिसमें अंजान नंबर वाले कॉल, व्हाट्सएप कॉल, वीडियो कॉल, टेलीग्राम कॉल न उठाएं, अंजान व्यक्तियों पर विश्वास न करे, उन्हे अपने परिवार एवं बच्चों संबंधी जानकारी न दे, परिवार का कोई बच्चा यदि नौकरी या फिर पढ़ाई हेतु किसी अन्य शहर में जाते है तो संबंधित स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान या फिर उनके कार्य स्थल एवं उस क्षेत्र के थाने का नंबर अपने पास रखे जिससे किसी भी प्रकार की घटना होने पर उनसे संपर्क कर वेरिफाई किया जा सके। उन्होने सायबर अपरनाध घटित होने पर तत्काल ही शिकायत नजदीकी पुलिस थाने या फिर सायबर क्राइम हेल्प लाईन नंबर 1930 पर करे।
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