कार्यवाही किसी की, सराहना किसी और की, ममाला कोतवाली अनूपपुर का
अनूपपुर। कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम बिजौड़ी से 16 वर्षीय नाबालिग के गुम हो जाने के मामले में पुलिस ने डेढ़ वर्ष पूर्व अपहृत नाबालिग को 8 मई की दोपहर लगभग 3 बजे शंकर मंदिर से संतोष कुमार केवट पिता रामेश्वर प्रसाद उम्र 29 वर्ष के कब्जे से दस्तयाब करते हुए आरोपी संतोष को गिरफ्तार करते हुए कार्यवाही की गई है।
मामले की जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय द्वारा गुम एवं अपहृत नाबालिक बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी के मार्गदर्शन में 5 सितम्बर 2022 को ग्राम बिजौड़ी से 16 वर्षीय नाबालिक बालिका के गुम होने पर अपराध क्रमांक 511/22 धारा 363 के तहत अपराध दर्ज करते हुए नाबालिग के खोजबीन की जाने लगी, जहां मुखबिर की सूचना पर नाबालिग बालिका सहित आरोपी को शंकर मंदिर के पास से उपनिरीक्षक संजय खलको, सहायक उपनिरीक्षक नागेश सिंह, महिला प्रधान आरक्षक जयकुमारी एवं आरक्षक सुरेश रावत द्वारा आरोपी संतोष कुमार केवट को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से नाबालिग को दस्तयाब किया जाकर आरोपी के खिलाफ प्रकरण में धारा 366, 376(2),(एन) भारतीय दंड विधान, 3/4 पाक्सो एक्ट, 3(2)(5) एससीएसटी एक्ट का इजाफा किया जाकर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
थाने में बैठेने वाले पुलिस कर्मचारियों का नाम
पूरे मामले में कोतवाली निरीक्षक अरविंद जैन द्वारा 9 मई को प्रेस नोट जारी कर बताया गया कि मुखबिर की सूचना पर अनूपपुर से नाबालिग को दस्तयाब करने एवं आरोपी गिरफ्तार करने में महिला उपनिरीक्षक दयावती मरावी, प्रधान आरक्षक अनिल तिवारी, आरक्षक धर्मेन्द्र रावत द्वारा उक्त नाबालिक बालिका को संतोष केवट के कब्जे से दस्तयाब किया गया है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है, पूरे मामले में शंकर मंदिर के पास स्थित टैक्सी स्टैण्ड में दस्तयाब हुई है और प्रेस नोट में नाबालिग को दस्तयाब किए गए टीम का नाम क्यो बदला गया यह सोचनीय प्रश्र बना हुआ है। जबकि उक्त टीम को शंकर मंदिर के पास कई लोगो ने देखा है।
लखनपुर जाने टैक्सी का कर रहे थे इंतजार
जानकारी के अनुसार आरोपी संतोष कुमार केवट ने बताया कि वह नाबालिग बालिका को अपने साथ भगाकर पुणे (महाराष्ट्र) ले गया था, जहां वह कारेगांव में एक फैक्ट्री में काम करने लगा था और 8 मई को अनूपपुर पहुंचा और शंकर मंदिर के पास स्थित टैक्सी स्टैण्ड में अपने मौसी के यहां जाने के लिए टैक्सी का इंतजार कर रहा था, इसी बीच मुखबिर की सूचना पर दोपहर लगभग 3 बजे कोतवाली पुलिस एक प्राइवेट कार से पहुंची और आरोपी संतोष कुमार केवट के कब्जे से नाबालिग को दस्तयाब करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर थाने लाई थी, जिसे शंकर मंदिर के पास सैकड़ो लोगो ने देखा था, लेकिन कोतवाली निरीक्षक अरविंद जैन द्वारा 9 मई को प्रेस नोट जारी कर पूरा मामले को ही बदल दिया गया है। जिसके बाद उक्त कार्यवाही में कोतवाली निरीक्षक पर थाने में अपने कुछ लोगो को लाभ पहुंचाने तथा अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को गलत जानकारी अवगत कराते हुए वाहवाही लूटने का प्रयास किया गया।
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