वसूली भाई के कारनामे, आईबीसी से भगाने के बाद पब्लिक एप का नाम कर रहा बदनाम
इंट्रो- कोतमा सहित आसपास के थाना क्षेत्र में निवास करने वाले लोगो को वसूली भाई का नाम की पहचान का इंतजार था, जहां वसूली भाई को आपके सामने लाने के लिए जिस रणनीति के तहत जाल बिछाया गया, उस जाल में वसूली भाई इस कदर फंसा कि बौखलाते हुए इसके पूरे शरीर से पसीना छज्ञेड़ दिया और तेवर में आते ही लोगो के सामने अपनी पहचान स्वयं लाकर रख दी। कोतमा में तथाकथित फर्जी पत्रकार विनय नाम से जाना वा पहचाना जाता है, जिसे कई लोग द्वारा इसे वसूली भाई के नाम की संज्ञा से नवाजा गया है। वसूली के मामले में इस आईबीसी 24 न्यूज चैनल से भगा दिया गया था, कारण रामनगर आरटीओं चेक पोस्ट में पदस्थ आरक्षक ऋतु शुक्ला से लाखों रूपए की मांग एवं महीना बंधवाने की शिकायत पर ऋतु शुक्ला ने रामनगर थाना सहित पुलिस अधीक्षक अनूपपुर से लिखित शिकायत की गई थी। आईबीसी चैनल से हटाने के बाद वसूली के लिए इसने सोशल मीडिया के पब्लिक एप का सहारा लिया।
यह रही खबर की सत्यता, छुड़ाने वाला थाना के सीसी टीवी में है कैद
कोतमा थाना अंतर्गत बंजारा होटल के पास 17 जून को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने कार क्रमांक एमपी 18 जेडसी 6696 में 275 लीटर डीजल का अवैध परिवहन करने पर कार चालक अमर सिंह पिता महेन्द्र सिंह निवासी वार्ड 7 ब्यौहारी जिला शहडोल को पकड़ते हुए कार जब्त किया गया। कार्यवाही के दौरान कार चालक ने कोतमा थाना में पदस्थ आरक्षक चक्रधर तिवारी को आॅन ड्यूटी वर्दी उतरवाने की धमकी दे डाली थी, जिसे बचाने के लिए विनय नामक वसूली भाई आरोपी को छुड़ाने थाना पहुंचे थे। मामले में 18 जून की रात 8 बजकर 44 मिनट में कोतमा थाना प्रभारी सुन्द्रेश मरावी से जानकारी ली गई थी, जहां उन्होने 275 लीटर के अवैध परिवहन पर कार्यवाही करने तथा आरोपी को छुड़ाने के लिए पहुंचे एक शख्स के बारे में बताया, लेकिन उसका नाम नही बताया गया था, साथ ही कार चालक पर पुलिस कर्मी के वार्दी उतारने की धमकी पर कार्यवाही की बात कही गई थी। जिस पर न्यूज अनूपपुर ने उस अज्ञात व्यक्ति का नाम की जगह वसूली भाई के नाम पर से खबर का प्रकाशन किया गया था। पूरे मामले में वसूली भाई भूल गया था कि कोतमा थाना में लगे सीसी टीवी में सुबह 10 से 12 के बजे में यह शख्स कैद हो चुका है। जहां आरोपी अमर सिंह द्वारा वसूली भाई के पहुंचते ही उसका पैर भी पड़ा था। न्यूज अनूपपुर खबर की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वाले जिले सहित कोतमा के हर लोग थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज में आराम से पूरा नजारा देख सकते है।
वसूली भाई के नाम पर खुद रखी अपनी पहचान
पूरे मामले मे न्यूज अनूपपुर द्वारा 18 जून को प्रकाशित की गई खबर में किसी भी व्यक्ति का नाम नही था, जहां थाना प्रभारी कोतमा ने उस शख्स का नाम बताए जाने पर उसे वसूली भाई की संज्ञा दी गई थी। लेकिन खबर प्रकाशन के बाद वसूली भाई नामक शीर्षक से कोतमा सहित आसपास के थानों में अपनी पहचान बनाने वाला शख्स तिलमिला उठा और अपने ही पैर में कुल्हाड़ी मारते हुए खुद ही लोगो के सामने अपनी पहचान विनय के रूप में लाकर रख दी।
जोशी ने वसूली करने आए इस शख्स को घर में बंद कर किया गाल चटक लाल
कोतमा नगर में चर्चाओं पर सुर्खिया बंटोरने वाला वसूली भाई जो कि कोतमा नगर के वार्ड क्रमांक 8 में निवास करने वाले जोशी के घर वसूली के लिए पहुंचे थे, जहां वसूली करने पर जोशी ने बकायदा इसके गाल पर अपना हाथ साफ करते हुए उसे अपने घर में बंद कर पुलिस को फोन करने ही जा रहा था, जिसके बाद कोतमा के कई पत्रकारों ने मौके पर पहुंचकर उसे जोशी के चंगुल से छुड़ाया और वसूली भाई की लाज बचाई गई। यह पूरा वाक्या पूरे कोतमा नगर में कई महीनों तक चर्चाओं में रहा।
सम्मानित व्यक्ति विनोद का मामला
जानकारी के अनुसार अवैध रेत उत्खनन वा परिवहन में विनोद नामक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक से झूठी खबर के प्रकाशन की शिकायत लिखित रूप से कराई गई, जिसकी जांच शुरू हुई और अपनी ही जांच में उलझता देख विनोद ने अपने पैर खुद की जांच से खिंचना शुरू कर दिया। जहां जांचकर्ता अधिकारी तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह सम्मानित व्यक्ति विनोद को दोबारा बयान के लिए दो बार नोटिस जारी की गई, लेकिन अपने आपको फंसता देख विनोद से अपना पैर पीछे खिंच लिया।
बनिया की कलम टूटते ही पहुंचा गुरू महराज के शरण में
पूरे मामले में वसूली भाई के बनिया की कलम इस कदम टूटी की उसे अपने गुरू महराज की शरण में जाना पड़ा, जहां गुरू महराज ने अपनी कलम से उसे कुछ ज्ञान अंश देते हुए एक प्रोजेक्ट तैयार कर उसकी ओर समर्पित किया गया, लेकिन गुरू का ज्ञान भी वसूली भाई के लिए घातक साबित हुआ। क्योकि उसके ही गुरू ने कोतमा के वसूली भाई को सामने लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और न्यूज अनूपपुर का साथ दिया गया। दूसरे की उधारी कलम पर आश्रित वसूली भाई का लगातार उनके कारनामों से उनकी पैंट ढ़ीली होने के बाद लगातार उसे चढ़ाने की कोशिश में वसूली भााई को लगातार मेहनत करनी पड़ रही है। वैसे न्यूज अनूपपुर की विश्वसनीयता बरकार है, जिसे चाह कर फर्जी तथाकथित और दूसरे की लेखनी पर आश्रित रहने वाले वसूली भाई द्वारा लगाए गए हर आरोप की सत्यपता पूरा जिला जानता है।
17 को आधा दर्जन पत्रकार ने जमकर था लताड़ा
पब्लिक एप को बदनाम करने वाले इस शख्स पर ताजा तरीन मामला 17 जून की रात 9.30 से 10 बजे के बीच सामने आया था, जहां कोतमा नेशनल हाईवे मंे संचालित गुरू कृपा ढ़ाबा में वसूली भाई को आधा दर्जन भर पत्रकारों ने जमकर लताड़ा था, जहां इस लताड़ पर आसपास भीड़ एकत्रित हो गई थी, और भीड़ के सामने हंसी का पात्र बन गया था। जिसके बाद वसूली भाई ने कई पत्रकारों के पैर पड़ कर अपनी गलती मानते हुए माफी मांगा गया था। इनकी हर कहानी उधारी की कलम पर उधारी की लेखनी वा गुरू महराज की कृपा भी इन दिनों काम नही आ रही है।
नए-नए कारनामे आ रहे सामने
18 जून को उक्त तथाकथित बनिया की कलम लिए हुए कोतमा थाना प्रभारी द्वारा डीजल मामले में कार चालक के खिलाफ कार्यवाही कर दी थी, जिस पर वसूली भाई ने 18 जून को को राखड़ के ओव्हर लोड़ 7 वाहनों को पुलिस ने जब्त किया शीर्षक नाम से खबर का प्रकाशन पीडीपीएफ में चलने वाले स्थानीय अखबार मंे प्रकाशन किया गया। जहां फर्जी पत्रकार को यह पता नही था कि मोटर व्हीक्ल एक्ट में ओव्हर लोड़ वाहनों, सीट बेल्ट, हेलमेट ना लगाने वाले मामले में सिर्फ चालानी कार्यवाही का प्रवाधान है। जिस पर कोतमा थाना प्रभारी द्वारा सभी वाहनों की नियमानुसार चालानी कार्यवाही कर उसे छोड़ा गया था, लेकिन वसूली भाई ने थाना प्रभारी सुन्द्रेश मरावी पर दवाब बनाने के लिए उसी पीडीएफ अखबार में कोतमा पुलिस पर चालानी कार्यवाही कर छोड़ने का आरोप संबंधी खबर का प्रकाशन कर अपने आप को हंसी का पात्र साबित कर दिया था। वसूली भाई के मामले इतने बड़े है जिसपर कई एपिसोड के ही लाकर इनका पूरा काला चिठ्ठा खोला जाएगा।
इनका कहना है
कार से 275 लीटर डीजल का अवैध परिवहन कर चालक को पकड़ा गया था, जिसे छुड़ाने के लिए आप लोगो में से एक आया था, जिसे नाम मै नही जानता हॅू।
सुन्द्रेश मरावी, थाना प्रभारी कोतमा
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें