खबर का असर ..........
अपर कलेक्टर ने नपाधिकारी को आदेश कर तत्काल उपस्थिति दर्ज कराने जारी किए आदेश
अनूपपुर। नगर पालिका अनूपपुर में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बृजेन्द्र राठौर के बीते 7 माह से लापता होने की खबर के प्रकाश के बाद कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने मामले को संज्ञान में लेते हुए नगर पालिका से उक्त चालक के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई थी, जहां नगर पालिका द्वारा कलेक्टर को ही भ्रमित करते हुए उसे संभागीय कार्यालय में अटैच होने संबंधी आदेश का हवाला दिया गया। जबकि उक्त चालक संभागीय कार्यालय नगरीय प्रशासन शहडोल से भी लापता था। जिसके बाद उसकी खोजन बीन की गई, जहां चालक नगरीय प्रशासन के संभागीय कार्यालय में पदस्थ बर्खास्त चुके अधिकारी का बीते 7 माह से प्रावईट वाहन चला रहा था। वहीं नगर पालिका अनूपपुर को इस संबंध में पूरी जानकारी होने के बाद भी चालक का वेतन का भुगतान किया गया। मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर के निर्देशन पर अपर कलेक्टर द्वारा उक्त चालक बृजेन्द्र राठौर की खोजखबर निकालते हुए 18 जून को कार्य की सुविधा एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण से चालक बृजेन्द्र राठौर, कार्यालय नगर पालिका अधिकारी अनूपपुर को आगामी आदेश तक कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर में सम्बद्ध करते हुए निर्देशित किया गया है कि वे अपनी उपस्थिति तत्काल दर्ज करांए।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका अनूपपुर द्वारा ट्रैक्टर चालक के रूप में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बृजेन्द्र राठौर की भर्ती वर्ष 2010 में स्वच्छता कार्यक्रम के तहत की गई थी, जिसके बाद माह अक्टूबर 2023 में उक्त कर्मचारी को संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग शहडोल में नियम विरूद्ध तरीके से अटैच कर दिया गया था। अटैच के कुछ महीने बाद ही उक्त कर्मचारी संयुक्त संचालक कार्यालय शहडोल से भी लापता है। उक्त कर्मचारी के लापता होने के बाद से नगर पालिका अनूपपुर के लेखा शाखा द्वारा प्रत्येक माह उसका उसके वेतन का भुगतान भी किया जा रहा था। लेकिन उक्त कर्मचारी के संबंध में नपा के किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारी को ज्ञात नही है। एक तरफ जिस कर्मचारी को नपा में ट्रैक्टर चालक के रूप रखा गया था, जिसके लापता होने के बाद ट्रैक्टर चालक की कमी को देखते हुए बीते 7 दिन पूर्व नपा अनूपपुर द्वारा 400 रूपए प्रतिदिन की दर से प्रवीण गोड़ उर्फ छोटू को ट्रैक्टर चालक में रखा लिया गया था, लेकिन नगरीय प्रशासन के संभागीय कार्यालय शहडोल से उक्त लापता चालक बृजेन्द्र राठौर की पतासाजी नही की गई। पूरे मामले को कलेक्टर ने संज्ञान में लिया और चालक की खोजबीन के बाद उसकी पतासाजी करते हुए उसे कलेक्टर कार्यालय में सम्बद्ध किया गया।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें